काशी विश्वनाथ कॉरीडोर
“काशी विश्वनाथ कॉरीडर" का विस्तारीकरण एक स्वागतयोग्य उद्यम है । जो लोग कहते हैं कि एक से दो सहस्र वर्ष पुराने कुछ मन्दिर तोड़े गये — उनको इस प्रश्न का उत्तर देना चाहिये कि १९५ करोड़ वर्ष पुराने विश्वनाथ मन्दिर का रास्ता बाधित करने की छूट उन कलियुगी मन्दिरों के धन्धेबाजों को किसने दी थी?
एनक्रोचमेण्ट दो वर्ष पुराना हो अथवा दो सहस्र वर्ष पुराना,एनक्रोचमेण्ट तो एनक्रोचमेण्ट ही कहलायेगा । काशी “विश्वनाथ” की है अथवा एनक्रोचमेण्ट वालों की?
नरेन्द्र मोदी के एक अप्रचारित गुप्त कार्य का उल्लेख मीडिया नहीं करती । काशी विश्वनाथ के नवीन गेट नम्बर−४ को VIP गेट बना दिया गया है — जो ज्ञानवापी मस्जिद नाम से विख्यात असली प्राचीन विश्वनाथ मन्दिर के पिछवाड़े से गुजरती है । औरंगजेब ने उस मन्दिर को मस्जिद का रूप तो दे दिया किन्तु मन्दिर का पिछवाड़ा पुराना ही रह गया,जो शत−प्रतिशत हिन्दू मन्दिर वाला है । ज्ञानवापी “मस्जिद” के गर्भगृह में अभीतक पुजारी द्वारा नियमित पूजन बन्द नहीं कराया जा सका है । श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर के प्रमाण हेतु खुदाई करनी पड़ी,परन्तु ज्ञानवापी मन्दिर का पिछवाड़ा बिना खुदाई के ही सबूत दिखाता है । इलाहाबाद हाइकोर्ट ने ठीक ही किया जो खुदाई पर रोक लगायी क्योंकि वहाँ खुदाई की आवश्यकता ही नहीं है,खुदाई की माँग करना ही गलत था । वहाँ सबूत भूमि के ऊपर है । अब सारे VIP उसी पथ से गुजरेंगे तथा औरंगजेब की करतूत अपनी आँखों से देखेंगे । नमन है उन साधुओं और गृहस्थ भक्तों को जिन्होंने बाबा विश्वनाथ की सँकरी गलियों में मुगलों से लोहा लिया जिस कारण औरंगजेब समूचे ज्ञानवापी को मस्जिद नहीं बना सका । अब सँकरी गलियों की आवश्यकता नहीं रही क्योंकि मन्दिरों को तोड़ने वाले मलेच्छों का राजपाट उजड़ चुका है और अब चौड़े कॉरीडार की आवश्यकता है ताकि अधिक संख्या में भक्त वहाँ जायें और छप्पन इञ्च का चौड़ा सीना लेकर लौटें । गेट नम्बर−४ को VIP गेट बनाना दीर्घकालीन योजना का अङ्ग है । एक चाँटा खाकर दूसरा गाल बढ़ाने वाले छद्म ईसाई को असली हिन्दू कहने वाला फिरोज खान का पोता उस दीर्घकालीन योजना के बारे में सुनेगा तो चैन से सो नहीं पायेगा ।
जन्मभूमि तो ले चुके हम,
अब काशी की बारी है
मक्केश्वर की खैर मनाओ
मथुरा की तैयारी है!
महत्व इस बात का नहीं है कि बाबा का मन्दिर ज्ञानवापी है अथवा महारानी अहल्याबाई वाला नया मन्दिर,क्योंकि बाबा तो सर्वत्र हैं,महत्व है हिन्दुओं में हिन्दुत्व की बढ़ती हुई चेतना का जिससे ग़जवा−ए−हिन्द चाहने वाले सारे पिशाचधर्मी भयभीत हैं ।
हर हर महादेव 🙏⛳
#संदीप_यदुवंशी
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