मिडिल क्लास लौडे का प्यार
सफ़र में चलते चलते कुछ पुरानी यादों के साथ.....🚉
पूरा पढिए शायद पसंद ही आ जाए
मिडिल क्लास लड़के....
हम मिडिल क्लास लड़को को न सपने देखने का कोई हक ही नहीं है
हम सिर्फ दूसरों के सपने पूरे करने पैदा होते हैं, पहला प्यार तो चलो किसी का सफल नहीं होता पर हम मिडिल क्लास वालों का तीसरा, चौथा पांचवा,.... चाहे बीसवा प्यार ही क्यों ना हो सफल नहीं हो सकता
बड़ी मुश्किल से मुद्दतो में एक लड़की पसंद आई,20-22 की वो, 21 के हम,यादव भी,मतलब साला जात पात का भी कोई झंझट नहीं, ना कोई हूर परी वो, और ना हम ही राजकुमार राव हमने कहा बढ़िया जोड़ी है एक सरकारी नौकरी में तो पापा भी हाँ बोल ही देंगे
बड़ी मुश्किल से सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू की ...
लेकिन नहीं कहानी तो अभी शुरू हुई है ब्रो तैयारी करते हुए चार दिन हुए ही थे कि पता चला लड़की के मामा कलेक्टर हैं, और वो भी कोई दूर के रिश्तेदार नहीं सगे मामा
अबे मामा तुम तो कलेक्टर हो ना,तुम्हे तो पता होगा ना कलेक्टर बनने में कितनी मुश्किल आती है,और ये भी पता होगा कि सब कलेक्टर ना बन सके हैं तो काहे हमारी लव स्टोरी में शकुनि बन के आ गए बे
कहां तो हम सोचे थे कि कोई छोटी मोटी सरकारी नौकरी ले कर तुम्हारी भांजी से ब्याह रचा कर सुखी जीवन जिएंगे कहा तुम कलेक्टर दामाद ढूंढ रहे भांजी के लिए
मामाजी हम खुद कह रहे, कलेक्टर तो हम इस जनम में ना बनने के चाहे ब्याह हो चाहे नहीं, साला जब से सुने है तब से मोराल डाउन हो गया सरकारी नौकरी करने का
मिडिल क्लास होने के सबसे ज्यादा दुख होते हैं और मजे की बात ये की कोई दुखी मानने को तैयार नहीं होता
जाओ बे मामा ब्याह दो भांजी कलेक्टर से।खुश रहो तुम और तुम्हारी भांजी।हमारा क्या है जहां चार दुख😭🤓 झेले हैं
वहां पांचवा भी सह लेंगे किसी तरह
किसी ने ठीक कहा हैं
"मोहब्बत ज़िन्दगी के फैसलों से नहीं लड़ सकती
किसी का होना पड़ता है किसी को खोना पड़ता ❤
#संदीप_यदुवंशी
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